मर्यादा पुरुषोत्तम ने अयोध्या का राजा होने के बाद भी प्रजा के सम्मान में कई अहम निर्णय लिए- पं. चंद्रबिहारी तिवारी
- संस्था त्रिलोकेश्वर इटावा स्थित त्रिलोकेश्वर महादेव मंदिर में किया जा रहा रामकथा का आयोजन
देवास। उज्जैन रोड इटावा स्थित त्रिलोकेश्वर महादेव मंदिर पर संस्था श्री त्रिलोकेश्वर समिति द्वारा रामकथा का आयोजन चल रहा है। जिसे श्रवण करने के लिए बडी संख्या में भक्तजन पहुुंच रहे है। अध्यक्ष संतोष तिवारी ने बताया कि अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर के निर्माण के बाद वार्डवासियों द्वारा रामकथा का आयोजन मन्नत के रूप में किया जा रहा है। कथावाचक पं. चंद्रबिहारी तिवारी ने कथा का सुमिरन करते हुए श्रद्धालुओं को प्रभु श्री राम के जीवन के सुख और दुख के पल को बताते हुए कहा कि हर परिवार में ऐसे पल आते हैं, लेकिन किस प्रकार से धैर्य और शांतिपूर्ण निर्णय से लोक और परलोक का कल्याण होता है।
माता सीता जी ने अपने जीवन में कितने सुख देखें, लेकिन ससुराल में आकर कहीं परेशानियों को भी उठाया। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम ने अयोध्या के राजा होने के बाद भी प्रजा के सम्मान को ठेस न पहुंचे, इसलिए कई निर्णय लिए। जिसमे परिवार को भी राज्य से ऊपर रखा। इसीलिए उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम कहा जाता है। प्रभु श्री राम की वेशभूषा में छोटे-छोटे बच्चों ने अपनी अलग प्रस्तुति प्रेषित की। व्यास पीठ का आरती पूजन मुख्य अतिथि शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित शर्मा, भाजपा नेता पार्षद राजेंद्र ठाकुर, भाजपा नेता अभिमन्यु पाटिल, शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा, ओमप्रकाश पांचाल, कैलाश प्रजापत, विनोद सिंह, भगवान परमार, ओमकार राणा, सीताराम फ़ौजी, रमेश जाट, नानूराम पंड्या, प्रेमकुमार शर्मा, गोविन्द कुम्भकार, राकेश पंड्या, अजय कटारिया, सुनील परमार, प्रेम नारायण पाठक ने पूजन कर पंडित जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। बड़ी संख्या में मातृशक्ति व स्थानीय वार्डवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। संस्था अध्यक्ष संतोष तिवारी ने सभी का आभार व्यक्त किया।