जीवन में कुछ पाने के लिए वैराग्य एवं त्याग की जरूरत पड़ती है- पं. देवराज शर्मा
- न्यू गणेशपुरी बालगढ़ में कलश यात्रा के साथ श्रीमद भागवत कथा शुरू
देवास। न्यू गणेशपुरी बालगढ़ में समस्त प्राणी जगत की सुखशांति एवं सनातन धर्म का अलख जगाने के उद्देश्य से 15 दिसम्बर से 21 दिसम्बर तक श्रीमद भागवत कथा का शुभारम्भ रविवार को कलश यात्रा के साथ हुआ। पूर्व पार्षद सरोज बजरंग बैरवा ने बताया कि कलश यात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए कथा स्थल पर पहुंची। यात्रा का विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। आचार्य देवराज शर्मा अपने श्रीमुख से प्रथम दिवस भागवत कथा का महत्व बताते हुए कहा कि राजा परीक्षत ने राजपाट छोड़कर श्रीमद् भागवत कथा सुनी थी।
जीवन में कुछ पाने के लिए वैराग्य एवं त्याग की जरूरत पड़ती है। जन्मभूमि से बढ़कर कोई तीर्थ नहीं है, इसलिए भागवत कथा - राम कथा का आयोजन लोग अपनी जन्म भूमि पर ही कराते हैं, जिससे उन्हें दोहरा पुण्य प्राप्त होता है। जिस तरह भगवान सत्य है, उसी तरह अगर मनुष्य भी सत्य हो जाए तो उसके शरीर की काया भी नहीं बदल सकती है। भगवान श्री कृष्ण जब 20 वर्ष के थे तब उनका स्वरूप वैसे ही था अब हजारों वर्ष के हो गए तभी उनका स्वरूप है वैसे ही है। मानव के शरीर में बचपन, युवा एवं बुढ़ापा आता है। इसलिए गृह कार्य के साथ हमें भगवान की कथा भी सुननी चाहिए। कथा 21 दिसम्बर तक प्रतिदिन 2 से शाम 5 बजे तक चलेगी। अयोजक ने धर्मप्रेमी जनता से आग्रह किया है कि अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर श्रीमद भागवत कथा श्रवण का लाभ लें।